हरियाणा में बनेंगे बिजली-पानी थाने, हिसार नहरी पानी चोरी में अव्वल तो इन जिलों में होती है सबसे ज्यादा बिजली चोरी

हरियाणा में हिसार नहरी पानी चोरी में सबसे आगे बताया गया है। नहरी पानी और बिजली की चोरी रोकने के लिए बिजली-पानी थानों की पुलिस सक्रिय हो गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा जल प्रबंधन और संरक्षण पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के बाद बिजली-पानी थानों ने पूरी मुस्तैदी के साथ नहरी पानी व बिजली की चोरी रोकने का अभियान तेज करने का निर्णय लिया है। पुलिस महानिरीक्षक राजेंद्र कुमार की देखरेख में यह अभियान पूरे राज्य में चलेगा।

आपको बता दे हरियाणा में बिजली-पानी थानों की संख्या आठ है, जिन्हें जरूरत के हिसाब से बढ़ाने का प्रस्ताव है। एक यूनिट बिजली बनाने में 850 ग्राम कोयला और 1.8 लीटर पानी की जरूरत होती है। इसलिए पानी व बिजली की महत्ता को समझते हुए बिजली-पानी थानों की पुलिस को इनकी चोरी रोकने के लिए सक्रिय हो जाने को कहा गया है। बिजली व नहरी पानी की चोरी में हिसार, फरीदाबाद, रोहतक, जींद, करनाल और रेवाड़ी जिले सबसे ऊपर हैं।

हिसार नहरी पानी चोरी में अव्वल

समीक्षा बैठक के दौरान पुलिस महानिरीक्षक राजेंद्र कुमार ने संबंधित थाना प्रभारियों को इन जिलों में बिजली व नहरी पानी की चोरी रोकने का अभियान सख्ती से चलाने के निर्देश दिये हैं। समीक्षा बैठक में जानकारी दी गई कि एक जनवरी से 30 अप्रैल 2023 तक हरियाणा के सभी जिलों में नहरी पानी चोरी की 311 शिकायतें दर्ज की गई, जिसमें सर्वाधिक 149 शिकायतें हिसार बिजली पानी थाना में दर्ज हुई हैं।

दूसरे नंबर पर फरीदाबाद बिजली-पानी थाने के अंतर्गत कुल 135 शिकायतें दर्ज हुई हैं। रोहतक बिजली पानी-थाना क्षेत्र में 16 शिकायतें, जींद क्षेत्र में पांच, करनाल तथा रेवाड़ी क्षेत्रों में तीन-तीन शिकायतें दर्ज हुई है। अंबाला और गुरुग्राम थाना क्षेत्रों में पानी चोरी की एक भी शिकायत दर्ज नहीं हुई है।