हरियाणा सरकार ने स्कूलों में बांटे गए टैबलेट छात्रों से वापस देने के लिए कहा है। पिछले साल भाजपा-जजपा सरकार द्वारा एक कल्याणकारी योजना (Haryana tablet scheme) के तहत मुफ्त टैबलेट दिए गए थे। अब सरकार उन्हें वापस मांग रही है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा निदेशालय (डीएसई) ने स्कूलों के प्रिंसिपल को निर्देश दिए हैं कि जिन छात्रों ने अभी तक टैबलेट वापस नहीं किए हैं, उन्हें परीक्षा के लिए रोल नंबर आवंटित नहीं किए जाएं।
अपने स्कूल में ही जमा करने होंगे टैबलेट
डीएसई द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को 9 फरवरी को निर्देश जारी किए गए थे। कक्षा 10, 11 और 12 के छात्रों का हवाला देते हुए, डीएसई ने स्थायी संचालन प्रक्रिया को विस्तृत किया है। इसके अनुसार छात्रों को अपने स्कूलों में मुफ्त दिए गए टैबलेट (Haryana tablet scheme) को जमा करना है। निर्देश में यह भी कहा गया कि कक्षा 10 के बाद जो छात्र उच्च शिक्षा संस्थानों में जा रहे हैं, उन्हें अपने टैबलेट अपने संबंधित स्कूलों को वापस करने होंगे। इसी तरह 12वीं कक्षा पास करने के बाद स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले छात्रों को भी टैबलेट वापस करने के निर्देश हैं।
टैबलेट वापस जमा करने तक आवंटित नहीं किए जाएंगे रोल नंबर
निर्देशों में कहा गया है,
किसी भी छात्र को टैबलेट वापस प्राप्त किए बिना रोल नंबर आवंटित नहीं किया जाएगा। अगर किसी छात्र के पास टैबलेट का बॉक्स नहीं है, तो शिक्षक यह सुनिश्चित करेंगे कि टैबलेट के पीछे की तरफ एक स्थायी मार्कर के साथ आईएमईआई नंबर लिखा जाए।”
Haryana tablet scheme
इसके अलावा शिक्षकों को छात्र का नाम, टैबलेट का सीरियल नंबर, माता-पिता के नाम, छात्र का आधार नंबर और टैबलेट के टूट जाने या चार्जर के टूट जाने पर रिमार्क सहित रिकॉर्ड भी रखने को कहा है। कोरोना महामारी के दौरान हरियाणा सरकार ने छात्रों को ऑनलाइन मोड के माध्यम से उचित सहायता प्रदान करने के लिए पोर्टल शुरू किया था ताकि छात्र बिना किसी ब्रेक के अपनी शिक्षा जारी रख सकें। इस दौरान छात्रों को ये टैबलेट बांटे गए थे। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, टैबलेट वापस लिए जाने के बाद नए छात्रों को टैबलेट दोबारा आवंटित किए जाएंगे