UPSC में 44वीं रैंक पर बिहार का युवक, हरियाणा का तुषार फर्जी निकला; खुलासे के बाद दिल्ली से लापता

संघ लोकसेवा आयोग (UPSC) रिजल्ट में 44वीं रैंक को लेकर खुद के चयन का दावा करने वाला हरियाणा के रेवाड़ी जिला निवासी तुषार कुमार फर्जी पाया गया है। असल में ये रैंक बिहार के भागलपुर के रहने वाले तुषार कुमार को मिली है।

UPSC की तरफ से शुक्रवार को बयान भी जारी किया गया है। जिसमें तुषार के अलावा एक अन्य अभ्यर्थी द्वारा जाली दस्तावेज तैयार कर खुद का यूपीएससी में चयन का दावा किया गया था।

पिछले 3 दिनों से चले आ रहे विवाद के बाद रेवाड़ी के तुषार ने गुरुवार को बातचीत करते हुए कहा था कि इसकी सच्चाई पता करने के लिए वे दिल्ली स्थित UPSC मुख्यालय गए हुए है। इसके बाद से वह घर भी नहीं लौटे। उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ है। उनसे परिवार का कोई संपर्क नहीं हो पा रहा। सुबह तक घर न आने और मोबाइल बंद होने के बाद उनके बड़े भाई राहुल सैनी तुषार को ढूंढने के लिए दिल्ली गया हुआ है।

UPSC रैंक 44 से जुड़ा पूरा विवाद था क्या

दरअसल, 3 दिन पहले UPSC के रिजल्ट में 44वीं रैंक तुषार कुमार नाम के अभ्यर्थी को मिली थी। इसके बाद रेवाड़ी की सती कॉलोनी में रहने वाले तुषार ने दावा किया था कि ये रैंक उनकी ही है। इसी बीच बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार ने दावा कर दिया कि 44वीं रैंक उनकी है।

विवाद धीरे-धीरे बढ़ता चला गया। दोनों तुषार कुमार ने अपने-अपने एडमिट कार्ड मीडिया को दिए। इसमें दोनों का रोल नंबर सेम पाया गया। भागलपुर के तुषार ने रेवाड़ी के तुषार के एडमिट कार्ड को शुरू में ही फर्जी बताया था और इसकी शिकायत भी बिहार के कैमूर एसपी को दी हुई है।

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