हरियाणा के सरकारी प्राइमरी स्कूल में अब नर्सरी की भी पढ़ाई हाेगी। सूत्रों के अनुसार, शिक्षा विभाग ने इस संबंध में एक फाइल तैयार कर CMO को भेजी है। इसे इसी महीने मंजूरी मिलने की पूर्ण संभावना है।
ऐसे में 1 अप्रैल से शुरू होने वाले नए शैक्षणिक सत्र से करीब 8 हजार सरकारी प्राइमरी स्कूल में करीब 90 हजार बच्चों को नर्सरी की पढ़ाई कराई जाएगी।
बता दें इन्हें सरकारी स्कूलों के टीचर ही पढ़ाएंगे। अभी तक की प्रक्रिया में हरियाणा में नर्सरी की पढ़ाई आंगनबाड़ियों में होती है। हालंकि अब 5 साल तक के बच्चे पहले की तरह आंगनबाड़ी में पढ़ेंगे। 5 साल से ऊपर के बच्चे नर्सरी की पढ़ाई करेंगे।
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इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बाल वाटिका कहा जाएगा। प्री-प्राइमरी की पढ़ाई को लेकर तीन कैटेगिरी बनाई गई हैं। इनमें 3+1, 4+1 और 5+1 कैटेगिरी शामिल हैं। नेशनल फ्रेमवर्क के तहत 5+1 उम्र के बच्चे नर्सरी में पढ़ेंगे। इसके बाद पहली में दाखिला मिलेगा।
नर्सरी में आंगनबाड़ियों का सिलेबस ही लगेगा। यह पढ़ाई प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर होगी। नर्सरी को छोड़ प्री-प्राइमरी की बाकी कक्षाएं पहले की तरह आंगनबाड़ियों में ही लगेंगी। प्राइमरी स्कूलों में नर्सरी के लिए अलग से कक्ष तैयार किए जाएंगे। खेल-खेल में पढ़ाने की ट्रेनिंग दी जाएगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सरकारी स्कूलों में नर्सरी की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी है। 1 अप्रैल से स्कूलों में बाल वाटिका कक्षाएं चलेंगी।
-कंवर पाल गुर्जर, शिक्षा मंत्री, हरियाणा
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