साक्षी मलिक ने खुद को आंदोलन से अलग होने का किया खंडन

पहलवानों का आंदोलन जल्द ही समाप्त हो सकता है। जी हां, गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के कुछ घंटे बाद पहलवान साक्षी मलिक प्रदर्शन से पीछे हट गई हैं। आज पहलवान साक्षी मलिक ने आंदोलन से नाम वापस ले लिया।

रेसलर साक्षी मलिक ने पहलवानों के आंदोलन से खुद को अलग कर लिया है. इतना ही नहीं वे रेलवे में अपनी जॉब पर वापस लौट गई हैं. साक्षी ने खुद को आंदोलन से क्यों अलग किया, इसकी वजह अभी सामने नहीं आई है. वही ख़बर है कि बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने भी वापस नौकरी ज्वाइन कर ली है।

वह रेलवे की अपनी नौकरी पर लौट गई हैं। अब सबकी नजरें विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया पर हैं, उनके फैसले से ही साफ होगा कि कितनी जल्दी प्रदर्शन समाप्त होगा या चलता रहेगा?

नाबालिग पहलवान ने बदले बयान

इस बीच दावा किया जा रहा है कि बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग रेसलर बयान से पलट गई है। दावे के मुताबिक, नाबालिग ने दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस थाने में बयान दिए। इसके बाद उसे पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया गया, जहां उसने बयान वापस ले लिए।

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नाबालिग ने बृजभूषण पर गलत तरीके से छूने और टी-शर्ट उतारने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। हालांकि दिल्ली पुलिस की तरफ से इसकी औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है। नाबालिग के पिता ने खबर को गलत बताते हुए मीडिया से बातचीत करने से इनकार कर दिया।

क्या अमित शाह से मुलाकात के बाद बदला घटनाक्रम

आपको बता दें शनिवार देर रात दिल्ली में अमित शाह के घर पर पहलवान मिलने पहुंचे थे। आधी रात के बाद तक करीब 2 घंटे यह मीटिंग चली थी। पहलवानों ने गृह मंत्री के सामने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की थी। साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादियान ने कहा कि गृह मंत्री शाह के साथ पहलवानों की बैठक बेनतीजा रही क्योंकि वे जैसा जवाब चाहते थे, वैसा नहीं मिला।

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इस बीच, गृह मंत्री से मुलाकात के बाद घटनाक्रम बदल गया है। इससे पहले कुरुक्षेत्र महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर 9 जून को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई, तो देशव्यापी आंदोलन की घोषणा की जाएगी।