कुरुक्षेत्र जेल में बंद किसान नेताओं को बड़ा झटका: अदालत ने आज जमानत देने से किया इनकार

कुरुक्षेत्र में किसान आंदोलन के चलते जिला जेल में बंद नौ किसान नेताओं को आज रिहाई नहीं मिल पाई। जिला प्रशासन ने समझौते के तहत सुबह से ही उन्हें रिहा किए जाने को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी थी। लेकिन प्रशासन द्वारा सभी कार्रवाई पूरी की किए जाने के बाद अदालत ने जमानत से मना कर दिया है। अदालत की ओर से तकनीकी हवाला देते वह आज जमानत देने से इनकार कर दिया गया है।

अब कल सुबह 10 बजे किए जाएंगे रिहा

अब किसान नेताओं को एक रात और जेल में बितानी होगी। अब कल सुबह 10:00 बजे रिहा किया जा सकेगा। आप ये लेख HaryanaLive.in पर पढ़ रहे है। आपकी इस पोस्ट के बारे मे क्या राय है हमे हमारे  WhatsApp नंबर पर जरूर बताएं।

बता दें सूरजमुखी की खरीद को लेकर छह जून को शाहाबाद में किसानों ने हंगामा किया था तो नेशनल हाईवे 44 भी जाम कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर जाम खुलवा दिया था तो सात घंटे तक हाईवे जाम रहने से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी थी।

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पुलिस ने किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी के अलावा 700 से ज्यादा किसानों पर मामला भी दर्ज किया था। गुरनाम सिंह, राकेश बैस , जसवीर मामू माजरा प्रिंस वडैच व अन्य पांच नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था। अगले ही दिन उन्हें अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था और फिलहाल यह सभी जेल में बंद है।

स्वागत की तैयारियों में जुटे थे किसान नेता समर्थक

12 जून से आंदोलन कर रहे किसानों ने सूरजमुखी की खरीद एमएसपी पर किए जाने के अलावा इन किसानों की जेल से रिहाई की मांग भी की थी। जिसे सरकार ने मंगलवार को देर शाम मान लिया पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह भूरिया ने जिला उपायुक्त शांतनु शर्मा की मौजूदगी में किसानों के धरना स्थल पर सरकार की ओर से यह मांग माने जाने पर बुधवार शाम तक जेल से किसानों की रिहाई का भरोसा दिया था।